NEET-NEET
Thursday, 17 January 2013
----- ।। भ्रष्टाचार के भँवर पाश ।। -----
"एक भ्रष्ट, अराजकता पूर्ण व्यवस्था का मत,विचार अथवा
अन्य किसी भी साधन से समर्थन या समर्थन की साग्रह
एवं सार्वजनिक प्रार्थना/अपील का अर्थ है भ्रष्टाचार का
समर्थन,और भ्रष्टाचार का समर्थन आपको भ्रष्टाचारी सिद्ध
करता है....."
3 comments:
रविकर
17 January 2013 at 05:13
बढ़िया है जी |
आभार ||
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डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
25 January 2013 at 04:30
बहुत सुन्दर!
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कविता रावत
27 January 2013 at 04:52
भ्रष्टाचार के जाने कितने अर्थ छुपे हैं ..बहुत खूब
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बढ़िया है जी |
ReplyDeleteआभार ||
बहुत सुन्दर!
ReplyDeleteभ्रष्टाचार के जाने कितने अर्थ छुपे हैं ..बहुत खूब
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