Thursday 17 January 2013

----- ।। भ्रष्टाचार के भँवर पाश ।। -----

"एक भ्रष्ट, अराजकता पूर्ण व्यवस्था का मत,विचार अथवा 
 अन्य किसी भी साधन से समर्थन या  समर्थन  की साग्रह 
 एवं  सार्वजनिक  प्रार्थना/अपील  का  अर्थ  है भ्रष्टाचार का 
 समर्थन,और भ्रष्टाचार का समर्थन आपको  भ्रष्टाचारी सिद्ध
 करता है....." 

3 comments:

  1. बढ़िया है जी |
    आभार ||

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  2. भ्रष्टाचार के जाने कितने अर्थ छुपे हैं ..बहुत खूब

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