NEET-NEET
Sunday, 16 September 2012
----- ।। सुसंस्कृतम् ।। -----
विकृत संस्कृति का वैचारिक परिवर्तन धन-बल से नहीं अपितु
ज्ञान एवं बुद्धि से संभव है.....
1 comment:
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
17 September 2012 at 04:35
सुन्दर सूत्र!
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सुन्दर सूत्र!
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