Monday, 4 March 2013

----- ॥ स्वातंत्रता का मर्म । -----




आन्दोलन मर्त्य ( मरण धर्मी)  होते हैं , यदि उद्देश्य अमर हो तो वह मृतोत्थित हो जाते हैं.....

भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन में कुछ लोगों के संघर्ष का उद्देश्य केवल मात्र 
सत्ता प्राप्ति था और वे अपने उद्देश्य में सफल रहे, शेष सभी असफल रहे.....  





2 comments:

  1. विल्कुल सही...
    कमेन्ट के वर्ड वेरिफिकेशन बंद करें,कमेंट्स लिखने में असुबिधा होती है पाठकों को.

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  2. आजादी के बाद भी मै रोबोट नही हूं

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